10 साल बाद फिर लौटेगा ‘बाहुबली’: सिनेमाघरों में होगी भव्य री-रिलीज, जानिए पूरी कहानी(10 Saal baad phir lotega Baahubali,cinema ghoro mai hogi re-release)
“कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?”
यह सवाल साल 2015 में पूरे भारत के सिनेप्रेमियों के दिलों-दिमाग पर छा गया था। एक ऐसा सवाल जिसने उत्तर-दक्षिण का भेद मिटा दिया, और भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया। आज, उस सवाल को जन्म देने वाली फिल्म बाहुबली: द बिगिनिंग के 10 साल पूरे हो गए हैं, और इस ऐतिहासिक मौके पर मेकर्स ने एक और बड़ी घोषणा कर दी है—‘बाहुबली: द एपिक’ नाम से पूरी सीरीज़ (दोनों पार्ट) 31 अक्टूबर 2025 को फिर से दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ की जाएगी।
एक ऐसा दृश्य जिसने देश को झकझोर दिया
2015 में जब बाहुबली: द बिगिनिंग खत्म हुई थी, तो आखिरी सीन में दिखाया गया था कि कटप्पा, जो महिष्मती साम्राज्य के सबसे वफादार योद्धा थे, उन्होंने खुद अपने भतीजे अमरेंद्र बाहुबली की पीठ में तलवार घोंप दी थी। यह पल इतना चौंकाने वाला था कि दर्शक स्तब्ध रह गए। अगले ही पल पूरे देश में एक ही सवाल गूंजने लगा—कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
इस सवाल ने इंटरनेट पर मीम्स की बाढ़ ला दी, टीवी शो से लेकर आम लोगों की बातचीत तक, हर जगह यही चर्चा थी। किसी फिल्म ने कभी ऐसा असर नहीं डाला था।
राज खुला दो साल बाद
यह रहस्य 2 साल तक दर्शकों के दिलों में बना रहा, जब तक कि 2017 में बाहुबली: द कन्क्लूज़न रिलीज़ नहीं हुई। इस फिल्म में दिखाया गया कि कटप्पा ने यह हत्या अपनी इच्छा से नहीं बल्कि एक मजबूरी में की थी। भल्लालदेव की मां शिवगामी देवी ने कटप्पा को वचन दिलवाया था कि वह राज्य और राजा की रक्षा करेगा, चाहे कुछ भी हो। भल्लालदेव ने इसी वचन का फायदा उठाया और कटप्पा को बाहुबली के खिलाफ खड़ा कर दिया।
यह खुलासा भी बेहद भावनात्मक था और दर्शकों ने कटप्पा के उस दर्द को महसूस किया जो उन्होंने अपने प्यारे बाहुबली को मारकर झेला।
सिनेमाई इतिहास का स्वर्णिम अध्याय
एस. एस. राजामौली द्वारा निर्देशित बाहुबली: द बिगिनिंग 10 जुलाई 2015 को रिलीज़ हुई थी और उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि यह फिल्म भारतीय सिनेमा की परिभाषा ही बदल देगी। फिल्म ने केवल बॉक्स ऑफिस पर ही धमाल नहीं मचाया बल्कि आलोचकों से भी खूब सराहना पाई। फिल्म को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले और इंटरनेशनल लेवल पर सैटर्न अवॉर्ड भी मिला।
दूसरा भाग बाहुबली: द कन्क्लूज़न 28 अप्रैल 2017 को रिलीज़ हुआ और 9000 से ज्यादा स्क्रीनों पर दिखाया गया। इसने ₹1800 करोड़ से भी ज्यादा की कमाई की और उस समय की सबसे बड़ी भारतीय फिल्म बन गई।
प्रभास: बाहुबली से बना सुपरस्टार
इस फिल्म ने प्रभास को भारतभर में एक सुपरस्टार बना दिया। उन्होंने अमरेंद्र और महेंद्र बाहुबली का दोहरा किरदार निभाया और दोनों को अपने अनूठे अंदाज से जीवंत कर दिया। प्रभास ने न सिर्फ शारीरिक रूप से जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन किया, बल्कि हर दृश्य में दमदार अभिनय से दर्शकों को अपना दीवाना बना लिया।
चाहे वो शिवलिंग उठाने वाला दृश्य हो, पेड़ से झूलकर हमला करना हो या युद्ध के मैदान में दुश्मनों का सामना करना—हर दृश्य में प्रभास ने अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
कटप्पा और बाहुबली की विरासत फिर से जीवंत होगी
अब जब फिल्म अपने 10 साल पूरे कर रही है, मेकर्स ने एक स्पेशल री-रिलीज़ का ऐलान किया है। बाहुबली: द एपिक, जिसमें दोनों भागों को एक साथ सिनेमाघरों में दिखाया जाएगा, 31 अक्टूबर 2025 को दुनियाभर में रिलीज़ की जाएगी। सोशल मीडिया पर एक भव्य पोस्टर शेयर करते हुए लिखा गया:
“10 साल पहले एक सवाल ने पूरे देश को एक कर दिया था… अब वही सवाल और उसका जवाब एक साथ लौटेंगे, एक भव्य महाकाव्य में। #BaahubaliTheEpic 31 अक्टूबर 2025 को दुनियाभर में रिलीज़ होगी।”
पोस्टर में प्रभास को अमरेंद्र और महेंद्र बाहुबली के रूप में एक साथ दिखाया गया है, जो दर्शकों को एक बार फिर उस गौरवशाली सफर की याद दिलाता है।
बाहुबली क्यों बनी एक पॉप कल्चर फिनॉमेनन
बाहुबली महज़ एक फिल्म नहीं, एक अनुभव था जिसने भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर नई पहचान दी। इसके सफल होने के पीछे कई कारण थे:
1. राजामौली की भव्य सोच – हर दृश्य, हर सेट, हर कैरेक्टर – सबकुछ मेगा स्केल पर प्लान किया गया था।
2. विजुअल इफेक्ट्स – फिल्म के वीएफएक्स और ग्राफिक्स ने दर्शकों को हॉलिवुड जैसी भव्यता का अहसास दिलाया।
3. चार्मिंग स्टारकास्ट – प्रभास, राणा दग्गुबाती, अनुष्का शेट्टी और सत्यराज जैसे कलाकारों ने अपने किरदारों में जान डाल दी।
4. भावनात्मक जुड़ाव – फिल्म की कहानी, रिश्तों की गहराई और बलिदान की भावना ने लोगों के दिलों में जगह बनाई।
5. जबरदस्त मार्केटिंग – कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा जैसे सवालों ने फिल्म को लेकर उत्सुकता को चरम पर पहुंचा दिया।
अंतिम शब्द
10 साल बाद बाहुबली एक बार फिर बड़े पर्दे पर लौट रहा है। जो दर्शक उस समय इस अनुभव का हिस्सा नहीं बन सके थे, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है। और जो बन चुके थे, उनके लिए यह एक बार फिर से उसी जादू को महसूस करने का अवसर है।
“बाहुबली” सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक युग है। और अब यह युग फिर से लौटने को तैयार है – भव्य रूप में, बड़े पर्दे पर, 31 अक्टूबर 2025 को।