(ICC champions trophy 2025 Shubman Gill century)
शुभमन गिल (Shubman Gill) ने चैंपियंस ट्रॉफी में अपना पहला शतक लगाया, जो उनके वनडे करियर का कुल आठवां (8th) शतक है, और बांग्लादेश के खिलाफ भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में दुबई में गुरुवार को बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच में भारत के उपकप्तान शुभमन गिल ने अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए अपने वनडे करियर का 8वां शतक जड़ा। यह चैंपियंस ट्रॉफी में उनका पहला शतक भी था। गिल की इस बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराया।
शुभमन गिल ने 125 गेंदों में 9 चौकों और 2 छक्कों की मदद से यह शतक पूरा किया। उनकी पारी में तकनीकी कुशलता और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। गिल ने अपनी पारी के दौरान बेहद संयम से खेलते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
गिल हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी शानदार फॉर्म में थे, जहां उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतक बनाए थे। अपने निरंतर अच्छे प्रदर्शन से गिल ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम में अपनी अहमियत को साबित कर दिया है।
उनकी इस शानदार पारी ने न केवल टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई बल्कि उनके व्यक्तिगत करियर के लिए भी यह एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई। शुभमन गिल का यह प्रदर्शन निश्चित रूप से भारतीय टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और आगामी मैचों में भी उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीदें रहेंगी।
शुभमन गिल के शतक ने भारत को मैच में स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई, खासकर तब जब भारतीय टीम ने कुछ महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे। कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, अक्षर पटेल और श्रेयस अय्यर सभी पवेलियन लौट चुके थे, ऐसे में गिल की इस पारी ने टीम को संभाला और जीत की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए।
बुधवार को शुभमन गिल ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की जब उन्होंने आईसीसी वनडे रैंकिंग में पाकिस्तान के बाबर आजम को पीछे छोड़ते हुए नंबर 1 स्थान प्राप्त किया। ताज़ा आईसीसी रैंकिंग सूची के अनुसार, गिल के पास 796 रेटिंग पॉइंट्स हैं, जबकि बाबर आजम के पास 773 अंक हैं।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 761 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। दक्षिण अफ्रीका के हेनरिक क्लासेन और न्यूजीलैंड के डैरिल मिचेल क्रमशः चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।
शुभमन गिल की यह कामयाबी न सिर्फ उनके करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गर्व का विषय है। उनकी निरंतरता और उत्कृष्ट फॉर्म ने भारतीय टीम की बल्लेबाजी को और भी मजबूत बना दिया है।