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Bengali Nobobarsha pohela baisakh 15 april tuesday ko manaya jaiga

बंगाली नववर्ष ‘पोइला बैसाख’ (Pohela Baisakh) इस वर्ष मंगलवार, 15 अप्रैल को मनाया जाएगा। (Bengali Nobobarsha pohela baisakh 15 april tuesday ko manaya jaiga)
यह पर्व बंगाल, त्रिपुरा और बांग्लादेश में बड़े ही जोश, उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है। यह बंगाली पंचांग के पहले महीने बैसाख के पहले दिन को चिह्नित करता है।
पोइला बैसाख सभी बंगालियों के लिए एक रंगीन सांस्कृतिक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह दिन नृत्य, संगीत, पारंपरिक व्यंजन और एकता के साथ मनाया जाता है। यह अवसर हमारी विरासत और नए आरंभ – दोनों का उत्सव है।
इस दिन भव्य जुलूसों से लेकर भावनात्मक परंपराओं जैसे कि हालखाता (नए बहीखाते की शुरुआत) तक, हर रस्म में उमंग और उत्साह भरा होता है। बंगाली नववर्ष एक ऐसा समय है जो संस्कृति, पहचान और आशा का उत्सव मनाता है।

“शुभ नववर्ष”। यह बंगाली नववर्ष का स्वागत करने का पारंपरिक तरीका है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं:
बंगाली नववर्ष पोइला बैसाख की उत्पत्ति के बारे में इतिहासकारों के बीच विभिन्न मत हैं। कुछ प्रमुख सिद्धांत इस प्रकार हैं:

मुगल सम्राट अकबर द्वारा शुरूआत
कई इतिहासकारों के अनुसार, बंगाली नववर्ष की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में हुई थी। उस समय, कर संग्रहण इस्लामी हिजरी कैलेंडर के अनुसार होता था, जो चंद्र आधारित होने के कारण कृषि चक्र से मेल नहीं खाता था। इस समस्या को हल करने के लिए, अकबर ने अपने दरबारी ज्योतिषी फतुल्लाह शिराज़ी से एक नया कैलेंडर तैयार करवाया, जो इस्लामी चंद्र कैलेंडर और हिंदू सौर कैलेंडर का संयोजन था। यह नया कैलेंडर ‘फसली सन’ या ‘तारीख-ए-इलाही’ के नाम से जाना गया। इस प्रणाली के तहत, किसानों के लिए कर संग्रहण को फसल कटाई के समय के साथ समन्वित किया गया, जिससे यह प्रक्रिया अधिक व्यावहारिक हो गई ।

🕉️ प्राचीन बंगाल के राजा शशांक का योगदान
कुछ विद्वानों का मानना है कि बंगाली कैलेंडर की उत्पत्ति मुगल काल से पहले, 7वीं शताब्दी में राजा शशांक के शासनकाल में हुई थी। इस सिद्धांत के अनुसार, बंगाली कैलेंडर की शुरुआत 594 ईस्वी से मानी जाती है, जिसे ‘बंगाब्द’ कहा जाता है। यह प्रणाली हिंदू सौर कैलेंडर पर आधारित थी और इसे बाद में मुगल काल में कर संग्रहण के लिए अपनाया गया।

🎉 समकालीन उत्सव
आज, पोइला बैसाख एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जिसमें जाति, धर्म और पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना लोग भाग लेते हैं। इस दिन की प्रमुख परंपराओं में शामिल हैं:
• हालखाता: पुराने बहीखातों को बंद करके नए खाता-बही की शुरुआत करना।
• मंगल शोभायात्रा: ढाका में आयोजित एक रंगीन जुलूस, जिसे यूनेस्को ने मानवता की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी है।
• सांस्कृतिक कार्यक्रम: नृत्य, संगीत, मेलों और पारंपरिक व्यंजनों के साथ उत्सव मनाना।

🌸 शुभ नबवर्ष (Subho Nobo Borsho) क्या है?
“Subho Nobo Borsho” बंगाली नववर्ष (Poila Baisakh) की शुभकामना है। यह दिन बंगाली कैलेंडर का पहला दिन होता है और पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और अन्य बंगाली समुदायों में बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

🕰️ शुभ नबवर्ष का इतिहास (History of Bengali New Year)
1. प्रारंभ (Mughal Era):
o बंगाली नववर्ष की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में हुई थी।
o उन्होंने किसानों की सुविधा के लिए फसल कटाई और कर संग्रहण के उद्देश्य से एक नया कैलेंडर शुरू करवाया जिसे फारसी और हिन्दू सौर कैलेंडर का मिश्रण माना जाता है।
2. “Fasli San” से “Bangabda”:
o इसे पहले “फसली सन” कहा जाता था, जो बाद में “बंगाब्द” कहलाया गया।
o बंगाल के महान गणितज्ञ और ज्योतिषियों ने इसे पूर्ण रूप से बंगाली संस्कृति के अनुरूप ढाल दिया।
3. सांस्कृतिक महत्व:
o यह केवल एक दिन नहीं, बल्कि बंगाली संस्कृति, परंपरा, साहित्य, कला और भोजन का उत्सव है।
o लोग नए कपड़े पहनते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं, पूजा करते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

🌼 नबवर्ष की 50 शुभकामनाएं हिंदी में (50 Subho Nobo Borsho Wishes in Hindi):
1. नववर्ष आपके जीवन में खुशियाँ और सफलता लाए।
2. यह नया साल आपके लिए नई उम्मीदें लेकर आए।
3. आपके सारे सपने पूरे हों, यही शुभकामना है।
4. इस नबवर्ष आपके जीवन में प्रेम और शांति बनी रहे।
5. भगवान आपके परिवार को सुख-समृद्धि दे।
6. नए साल की ढेर सारी बधाई!
7. हर दिन आपके लिए खास हो इस नए साल में।
8. यह वर्ष आपके लिए खुशियों से भरा हो।
9. आपके जीवन में नयी रोशनी और ऊर्जा आए।
10. शुभ नबवर्ष! आपका हर दिन मंगलमय हो।
11. सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते रहो।
12. हर दिन एक नई प्रेरणा लेकर आए।
13. आपकी सारी इच्छाएँ पूरी हों।
14. यह साल आपके लिए सौभाग्यशाली हो।
15. आपके जीवन में हमेशा आनंद रहे।
16. नए साल में नई शुरुआत करें।
17. रिश्ते और गहरे हों इस साल।
18. जीवन में नयी ऊँचाइयाँ हासिल करें।
19. प्रेम और स्नेह में बढ़ो।
20. परिवार संग समय बिताओ।
21. स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख का आशीर्वाद मिले।
22. हर दिन नई उम्मीद लेकर आए।
23. जीवन की राहें आसान हों।
24. यह वर्ष आपके लिए खास बने।
25. नबवर्ष आपके लिए एक नया अध्याय बने।
26. अपनों का साथ हमेशा बना रहे।
27. यह साल आपके लिए प्रेरणादायक हो।
28. आप सदा मुस्कुराते रहो।
29. संघर्षों पर विजय मिले।
30. नयी खुशियाँ आपका इंतजार कर रही हैं।
31. पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ें।
32. आत्मविश्वास से हर मंज़िल पाओ।
33. सच्चे मित्रों का साथ मिले।
34. यह साल आपको नए अवसर दे।
35. जीवन में संतुलन बना रहे।
36. धन, यश और मान-सम्मान मिले।
37. नए विचार और नई सोच आए।
38. सकारात्मक सोच से जीवन संवर जाए।
39. आपकी मेहनत रंग लाए।
40. हर दिन नयी प्रेरणा मिले।
41. आप सदा स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
42. हर काम में सफलता प्राप्त हो।
43. यह साल आपके लिए ऐतिहासिक बने।
44. जीवन में ठहराव नहीं, तरक्की हो।
45. यह नबवर्ष आपके लिए सुनहरा अवसर लाए।
46. सबके चेहरों पर मुस्कान हो आपकी वजह से।
47. आपकी मेहनत से दुनिया प्रेरणा ले।
48. आप जैसा चाहो वैसा ही जीवन बने।
49. आप हमेशा खुश रहें।
50. शुभ नबवर्ष! ढेर सारी बधाइयाँ और शुभकामनाएँ!

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