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“देशभर में मॉनसून का कहर: कर्नाटक, गोवा, मुंबई में रेड अलर्ट, दिल्ली में येलो अलर्ट जारी”( Deshbhar mai monsoon ka kaher,Goa,Mumbai mai red alert,Delhi mai yellow alert jari)

मौसम विभाग का अलर्ट: कर्नाटक, केरल, गोवा में भारी बारिश की चेतावनी, दिल्ली में बुधवार तक येलो अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों में भारी से अत्यंत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। खासकर दक्षिण भारत के तटीय क्षेत्रों—कर्नाटक, केरल, गोवा और कोंकण—में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने कई राज्यों में रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किए हैं, जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

दक्षिण भारत में भारी बारिश का कहर
मौसम विभाग के अनुसार, तटीय कर्नाटक, केरल, गोवा और कोंकण क्षेत्र में कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, आंध्र प्रदेश का तटीय क्षेत्र और यानम में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
कर्नाटक के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो चुका है। बीते तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने उडुपी और दक्षिण कन्नड़ जिलों में संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया है। स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है। खासकर दक्षिण कन्नड़, चिक्कमगलुरु और उडुपी जिलों में सोमवार को बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। पिछले 48 घंटों में दक्षिण कन्नड़ जिले में 170 मिमी से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
कर्नाटक में सोमवार को रेड अलर्ट, मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट और बुधवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि अगले दो दिन बारिश जारी रहेगी, हालांकि इसकी तीव्रता में कुछ कमी आने की उम्मीद है।

नदियों का उफान और भूस्खलन की घटनाएं
लगातार बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं। फाल्गुनी नदी के ओवरफ्लो होने से मंगलुरु के पास के एक गाँव में करीब 30 घरों में पानी घुस गया। इसके अलावा, क्षेत्र में छोटे स्तर पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य जिलों में अलर्ट
मुंबई में भारी बारिश को लेकर सोमवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक प्रभावी रहेगा। पिछले 24 घंटों में मुंबई में तीन अंकों में वर्षा दर्ज की गई, जिससे यह संकेत मिलता है कि मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। गौरतलब है कि मुंबई में इससे पहले करीब तीन सप्ताह का सूखा दौर रहा था।
ठाणे और पालघर जिलों में भी ऑरेंज अलर्ट, जबकि रायगढ़ जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यह चेतावनी अत्यधिक भारी बारिश की ओर इशारा करती है, जिससे बाढ़ और जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

पूर्व और मध्य भारत में बारिश की संभावना
पूर्वी और मध्य भारत के राज्यों—पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम—में भी सोमवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी।
उत्तराखंड, पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में भी सप्ताह भर भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा कर सकती है।

उत्तर-पूर्व भारत में भी बारिश का दौर
उत्तर-पूर्वी भारत के राज्यों में अगले सात दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक, आंधी और तेज हवाएं चलने की संभावना है। यह बारिश खासकर असम, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड में देखने को मिलेगी। तेज हवाओं की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटा तक पहुँच सकती है।

दिल्ली में येलो अलर्ट, गर्मी के साथ तूफानी बारिश की चेतावनी
राजधानी दिल्ली में भी मौसम विभाग ने बुधवार तक येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार की सुबह दिल्लीवासियों को गर्म मौसम का सामना करना पड़ा, जब न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो रविवार की तुलना में 9 डिग्री अधिक था।
दिल्ली में अगले तीन दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक और 50-60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन तेज हवाओं और तूफान के कारण पेड़ गिरने और ट्रैफिक में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

पश्चिम बंगाल में मानसून की दस्तक
पश्चिम बंगाल में मानसून अगले दो दिनों में दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग ने दक्षिण बंगाल के जिलों के लिए 17 और 18 जून को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इससे पहले राज्य के कई हिस्सों में प्री-मानसून गर्मी काफी तेज हो गई थी।
मौसम विभाग ने कहा है कि साउथ बंगाल में 16 से 23 जून तक मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बारिश होगी। सबसे तेज बारिश 17 और 18 जून को होने की संभावना है। यह बारिश खेती-किसानी और जल स्रोतों के पुनर्भरण के लिए बेहद आवश्यक मानी जा रही है।

देश के कई हिस्सों में मानसून ने पूरी तरह से दस्तक दे दी है और इसका असर आम जनजीवन पर दिखने लगा है। कर्नाटक, केरल, गोवा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली है, वहीं जलभराव, बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी देखने को मिल रही हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम विभाग के अपडेट्स पर नज़र रखें, और ज़रूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। स्कूलों और ऑफिसों में भी आपातकालीन तैयारी रखने की सिफारिश की गई है, ताकि भारी बारिश की स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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