IND vs ENG 2nd Test 2025,शुभमन गिल ने सीरीज में जड़ा दूसरा शतक, इंग्लैंड के खिलाफ चौथी बार ठोके सौ रन(IND vs ENG 2nd Test 2025,Shubman Gill ne series ka dusra satak lagaya,England ke khilap chothe bar satak)
भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने एक बार फिर अपनी क्लास और जिम्मेदारी भरी बल्लेबाज़ी से सबका दिल जीत लिया। इंग्लैंड के बर्मिंघम स्थित एजबेस्टन स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट के पहले दिन गिल ने शानदार शतक (100 रन) जड़कर न सिर्फ भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि आलोचकों को भी करारा जवाब दिया। यह गिल के टेस्ट करियर का सातवां शतक और इंग्लैंड में उनका चौथा टेस्ट शतक रहा।
पहला दिन: कप्तान गिल की शानदार पारी
बुधवार को जब भारत ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी की शुरुआत की, तो टीम को शुरुआती झटके ज़रूर लगे। ओपनर यशस्वी जायसवाल, जो इस सीरीज में पहले ही शतक जड़ चुके हैं, ने इस मैच में भी अच्छी शुरुआत की और 87 रनों की बेहतरीन पारी खेली। लेकिन जैसे ही वह शतक के करीब पहुंचे, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने उन्हें एक बाहर जाती गेंद पर चकमा दे दिया और विकेटकीपर जेमी स्मिथ ने शानदार कैच पकड़ते हुए जायसवाल को पवेलियन भेजा।
इस समय तक गिल ने एक छोर संभाल रखा था। गिल ने अपनी पारी को बेहद संयम और समझदारी से आगे बढ़ाया, खासकर तब जब नितीश रेड्डी भी जल्दी आउट हो गए थे। गिल ने 199 गेंदों में 11 चौकों की मदद से अपना सेंचुरी पूरी की और दर्शाया कि वे सिर्फ एक स्टाइलिश बल्लेबाज ही नहीं बल्कि टीम के संकटमोचक भी हैं।
आलोचनाओं का करारा जवाब
पहले टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड पर चार दिनों तक दबदबा बनाया था, लेकिन अंतिम दिन 371 रन के लक्ष्य को इंग्लैंड ने चेज़ कर लिया और भारत को पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। उस मैच में गिल की कप्तानी को लेकर कई सवाल उठे थे। पूर्व कोच रवि शास्त्री ने यहां तक कहा था कि गिल को कप्तानी में थोड़ा और सक्रिय रहने की ज़रूरत है।
शास्त्री ने ICC रिव्यू को बताया,
“जब आप एक ऐसा टेस्ट हारते हैं जिसमें आप चार दिन तक हावी रहे हों, तो उसके बाद वापसी करना बड़ी बात होती है। गिल को चाहिए कि वे तुरंत काउंटर अटैक करें और टीम को वापसी दिलाएं।”
गिल ने ठीक वैसा ही किया। पहले दिन की पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए काफी अनुकूल रही, लेकिन उन्होंने अपने अनुभव और तकनीक से इंग्लैंड के गेंदबाज़ों का डटकर सामना किया।
भीड़ से तकरार और मानसिक मजबूती
गिल की इस पारी के दौरान एक और दिलचस्प वाकया हुआ। दिन के तीसरे सेशन में 76वें ओवर के दौरान गिल ने अंपायर से शिकायत की कि बॉलर के पीछे लगी LED स्क्रीन की चमक उन्हें परेशान कर रही है। इसके बाद उन्हें मैदान पर फिजियो बुलवाकर इलाज कराना पड़ा। इस देरी को लेकर इंग्लिश फैंस ने गिल पर समय बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए बू करना शुरू कर दिया।
लेकिन गिल ने इस मानसिक दबाव को भी खुद पर हावी नहीं होने दिया और कुछ ही मिनटों में मैदान पर वापसी करते हुए शतक पूरा किया, जिससे आलोचकों का मुंह बंद हो गया।
दूसरे छोर पर जडेजा का साथ
जब गिल ने अपना शतक पूरा किया, उस समय दूसरे छोर पर रवींद्र जडेजा मौजूद थे। जडेजा ने भी संभलकर बल्लेबाज़ी की और गिल को स्ट्राइक देने में सहयोग किया। इन दोनों के बीच अच्छी साझेदारी बन रही थी और इंग्लैंड की टीम धीरे-धीरे दबाव में आती दिखी।
दिन का खेल: स्कोर और स्थिति
टी ब्रेक तक भारत ने 182/3 का स्कोर बना लिया था। गिल और जडेजा क्रीज़ पर थे और इंग्लिश गेंदबाज़ विकेट की तलाश में संघर्ष कर रहे थे। यह वही पिच थी जिस पर पहले टेस्ट में भी रन बनाना आसान नहीं था, लेकिन गिल की तकनीक और आत्मविश्वास ने भारत को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया।
एक कप्तान का जवाब
शुभमन गिल ने अपने बल्ले से आलोचकों को जवाब दिया है। जब एक कप्तान आलोचना के बीच शतक लगाता है, वो सिर्फ आंकड़े नहीं होते, बल्कि एक संदेश होता है – “मैं तैयार हूं, जिम्मेदारी उठाने के लिए।” इंग्लैंड के तेज़ और स्विंग गेंदबाज़ों के खिलाफ उनकी पारी आने वाले दिनों में भारत के लिए बड़ी उम्मीद बनकर उभरी है।
अब देखना यह होगा कि गिल और भारत इस बढ़त को कैसे बड़े स्कोर में तब्दील करते हैं और क्या गेंदबाज़ इस बार लीड्स जैसी गलती दोहराने से बचते हैं।
मुख्य आंकड़े:
• शुभमन गिल: 100* (199 गेंदों में, 11 चौकों के साथ)
• टेस्ट करियर का 7वां शतक
• इंग्लैंड में 4वां शतक
• सीरीज का दूसरा शतक (पहले टेस्ट में 147 रन बनाए थे)
• भारत का स्कोर दिन के अंत तक: 310/5