आईपीएल 2025: प्रियांश आर्य का ऐतिहासिक शतक, पंजाब ने चेन्नई को 18 रन से हराया(IPL 2025: Priyansh Arya’s Historic Century Powers Punjab to 18-Run Victory Over Chennai)
आईपीएल 2025 में सोमवार को खेले गए रोमांचक मुकाबले में पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 18 रनों से हराकर टूर्नामेंट में जोरदार वापसी की। इस मैच में पंजाब के युवा बल्लेबाज प्रियांश आर्य ने अपनी बल्लेबाज़ी से सभी का दिल जीत लिया। 24 वर्षीय आर्य ने महज 39 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो कि आईपीएल इतिहास में किसी भी अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी द्वारा सबसे तेज़ और कुल मिलाकर चौथा सबसे तेज़ शतक है। इससे पहले सिर्फ क्रिस गेल (30 गेंद), यूसुफ पठान (37 गेंद) और डेविड मिलर (38 गेंद) ही आर्य से तेज़ शतक लगा सके हैं।

पंजाब किंग्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और निर्धारित 20 ओवरों में 219 रन बनाए। हालांकि टीम की शुरुआत खराब रही, टॉप ऑर्डर पूरी तरह लड़खड़ा गया था। लेकिन नंबर तीन पर आए प्रियांश आर्य ने मोर्चा संभालते हुए अकेले दम पर रन बनाना शुरू किया। उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए और लगातार रन रेट को ऊपर बनाए रखा। इस दौरान चेन्नई की फील्डिंग बेहद निराशाजनक रही, उन्होंने कम से कम पांच कैच टपकाए, जिनमें से दो मौके आर्य ने ही दिए थे। लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया और उन्होंने उन मौकों का पूरा फायदा उठाते हुए शतक जड़ दिया।
आर्य ने 103 रन की पारी में केवल 42 गेंदों का सामना किया और 7 चौकों व 9 छक्कों की मदद से विस्फोटक अंदाज़ में रन बनाए। वह 14वें ओवर में नूर अहमद की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर कैच आउट हो गए, लेकिन तब तक वह अपनी टीम को एक बड़े स्कोर की नींव दे चुके थे। उनके आउट होने के बाद शशांक सिंह और मार्को यानसेन ने तूफानी अंदाज़ में रन बनाते हुए टीम को 200 के पार पहुंचाया। शशांक ने 52* (36 गेंद) और यानसेन ने 34* (19 गेंद) रन बनाए। अंततः पंजाब की टीम 219/6 का विशाल स्कोर बनाने में सफल रही।
चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से गेंदबाजी में खलील अहमद सबसे सफल रहे जिन्होंने दो विकेट लिए। अश्विन ने दो अहम विकेट झटके लेकिन उन्होंने 4 ओवर में 48 रन लुटाए। वहीं नूर अहमद ने एक विकेट चटकाया।
220 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की शुरुआत अच्छी रही। राचिन रवींद्र और डेवोन कॉनवे ने पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े। रवींद्र 36 रन बनाकर मैक्सवेल का शिकार बने। कप्तान रुतुराज गायकवाड़ बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे और महज 1 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद शिवम दुबे और कॉनवे ने पारी को संभाला। दुबे ने 27 गेंदों में 42 रन की उपयोगी पारी खेली।
कॉनवे ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए एक छोर संभाले रखा और 49 गेंदों में 69 रन बनाए। लेकिन जब टीम को आखिरी 13 गेंदों में 49 रन चाहिए थे, तब उन्होंने ‘रिटायर्ड आउट’ होकर क्रीज छोड़ी। उस वक्त क्रीज पर आए महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा। फैन्स को उम्मीद थी कि एक बार फिर धोनी अपनी पुरानी शैली में फिनिश करेंगे, लेकिन यश ठाकुर के आखिरी ओवर में वह केवल 27 रन (12 गेंद) ही बना पाए और आउट हो गए। धोनी ने छक्का जरूर लगाया लेकिन लक्ष्य काफी बड़ा था।
अंततः चेन्नई की टीम 20 ओवर में 201/5 रन ही बना सकी और मैच 18 रन से हार गई। चेन्नई की हार का एक बड़ा कारण उनका कमजोर मिडल ऑर्डर और लचर फील्डिंग रहा। उन्होंने 180+ के लक्ष्य का पीछा करने में लगातार 11वीं बार असफलता पाई है, जो कि 2020 से चला आ रहा एक खराब रिकॉर्ड है।
पंजाब की गेंदबाजी की बात करें तो लॉकी फर्ग्यूसन ने 4 ओवर में 40 रन देकर 2 विकेट लिए और मिडल ऑर्डर को तोड़ने में अहम भूमिका निभाई। यश ठाकुर ने आखिरी ओवर में धोनी का विकेट लिया और दबाव में अच्छा प्रदर्शन किया। मैक्सवेल ने भी 2 ओवर में केवल 11 रन देकर एक विकेट लिया। हालांकि अर्शदीप सिंह और यानसेन महंगे साबित हुए।
यह जीत पंजाब के लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाली है और उनकी प्लेऑफ की उम्मीदों को भी मजबूती देती है। वहीं चेन्नई को अपनी रणनीति और बल्लेबाजी क्रम में सुधार करना होगा, खासकर उनके कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की निरंतर विफलता और मिडल ऑर्डर की कमजोरी चिंता का विषय बनती जा रही है।
प्रियांश आर्य का यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आया है। एक अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर इस तरह की बल्लेबाज़ी करना उन्हें भविष्य में भारतीय टीम के दरवाजे तक ले जा सकता है। उनकी आक्रामक शैली, आत्मविश्वास और स्ट्राइक रोटेट करने की कला ने उन्हें एक खास खिलाड़ी के रूप में साबित कर दिया है।
कुल मिलाकर, आईपीएल 2025 का यह मुकाबला रोमांच, धड़कनों और नए सितारे के उभार की कहानी लेकर आया। प्रियांश आर्य की यह पारी आने वाले मैचों में भी चर्चा का विषय बनी रहेगी।