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Roshni nadar hcl technology ki nayee pramukh

रोशनी नादर: एचसीएल टेक्नोलॉजीज की नई प्रमुख Roshni Nadar hcl technology ki nayee pramukh
रोशनी नादर बनीं एचसीएल की बहुमत हिस्सेदार

भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, में बड़ी हिस्सेदारी हस्तांतरण के बाद रोशनी नादर अब कंपनी की प्रमुख प्रमोटर बन गई हैं। इस हस्तांतरण के तहत रोशनी नादर को 47% अतिरिक्त शेयर प्राप्त हुए हैं, जिससे उनकी कुल हिस्सेदारी 57.33% तक पहुंच गई है। वहीं, उनके पिता शिव नादर की हिस्सेदारी घटकर केवल 4% रह गई है।

हिस्सेदारी में बड़ा बदलाव

एचसीएल टेक्नोलॉजीज की प्रमोटर कंपनियां, वामा दिल्ली और एचसीएल कॉर्पोरेशन, सामूहिक रूप से कंपनी में 44.34% हिस्सेदारी रखती हैं। दिसंबर 2024 तक, यह दोनों प्रमोटर संस्थाएं इस बड़ी आईटी कंपनी के महत्वपूर्ण शेयरधारक थे। लेकिन अब रोशनी नादर इस हिस्सेदारी का बड़ा हिस्सा नियंत्रित करेंगी।

एचसीएल द्वारा दायर आधिकारिक फाइलिंग के अनुसार, इस हस्तांतरण के परिणामस्वरूप रोशनी नादर मल्होत्रा वामा दिल्ली और एचसीएल कॉर्पोरेशन की नियंत्रक और बहुमत हिस्सेदार बन गई हैं।

रोशनी नादर(Roshni Nadar) : शिक्षा और करियर की यात्रा

रोशनी नादर(Roshni nadar) का सफर उनकी शिक्षा और व्यावसायिक उपलब्धियों से जुड़ा हुआ है। 1982 में नई दिल्ली में जन्मीं रोशनी, शिव नादर और किरण नादर की इकलौती संतान हैं। उन्होंने वसंत वैली स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और फिर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी से कम्युनिकेशन में पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से एमबीए किया।

उनकी नेतृत्व क्षमता उनके पारिवारिक व्यवसाय से भी आगे तक फैली हुई है। वह एमआईटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग की डीन की एडवाइजरी काउंसिल की सदस्य हैं और केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के एशिया एक्जीक्यूटिव बोर्ड में भी कार्यरत हैं। इसके अलावा, वह यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) की बोर्ड सदस्य हैं और द नेचर कंजरवेंसी (TNC) के वैश्विक निदेशक मंडल में भी शामिल हैं। साथ ही, वह एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज पर प्रभाव

इस बड़े बदलाव से कंपनी के प्रबंधन और भविष्य की योजनाओं पर प्रभाव पड़ सकता है। रोशनी नादर, जो पहले से ही कंपनी के बोर्ड में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थीं, अब अधिक स्वतंत्र रूप से रणनीतिक फैसले ले सकेंगी। उनके नेतृत्व में कंपनी की विकास योजनाएं, नवाचार और डिजिटल परिवर्तन की दिशा और भी तेज हो सकती है।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज, जो वर्तमान में भारत की सबसे प्रतिष्ठित आईटी कंपनियों में से एक है, वैश्विक स्तर पर भी अपनी सेवाओं के लिए जानी जाती है। यह बदलाव कंपनी को अधिक स्थिरता प्रदान कर सकता है और निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।

रोशनी नादर(Roshni Nadar): एक प्रभावशाली लीडर

रोशनी नादर मल्होत्रा पहले से ही भारतीय कॉर्पोरेट जगत में एक प्रभावशाली नाम हैं। 2009 में एचसीएल कॉर्पोरेशन में शामिल होने के बाद, उन्होंने कंपनी के विभिन्न पहलुओं में गहरी रुचि दिखाई। 2020 में, वह एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन बनीं और इस पद को संभालने वाली भारत की पहली महिला बनीं।

उनकी नेतृत्व क्षमता और रणनीतिक सोच ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की है। उनके नेतृत्व में, कंपनी ने डिजिटल परिवर्तन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और अन्य अत्याधुनिक तकनीकों पर विशेष ध्यान दिया है।

भविष्य की रणनीतियां

नए ढांचे के साथ, रोशनी नादर(Roshni Nadar) के नेतृत्व में एचसीएल टेक्नोलॉजीज नई योजनाओं को लागू कर सकता है। इनमें निम्नलिखित रणनीतियां शामिल हो सकती हैं:

वैश्विक विस्तार: नए बाजारों में प्रवेश करना और अंतरराष्ट्रीय क्लाइंट्स के साथ मजबूत साझेदारी बनाना।

नवाचार और टेक्नोलॉजी: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी और मशीन लर्निंग जैसी नई तकनीकों में निवेश बढ़ाना।

सस्टेनेबिलिटी और सीएसआर: पर्यावरण और समाज के लिए सकारात्मक प्रभाव डालने वाली परियोजनाओं को बढ़ावा देना।

रोशनी नादर का बहुमत हिस्सेदारी हासिल करना न केवल उनके नेतृत्व को मजबूत करता है, बल्कि एचसीएल टेक्नोलॉजीज को एक नई दिशा में आगे बढ़ाने का अवसर भी देता है। उनके अनुभव और विजन के साथ, कंपनी आने वाले वर्षों में और अधिक सफलताओं की ओर बढ़ सकती है।

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