ऋद्धिमान साहा का क्रिकेट करियर Wriddhiman Saha ka cricket career:
भारतीय क्रिकेट के प्रमुख विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की है। उनका यह निर्णय भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन है। साहा ने अपने करियर में अपनी उत्कृष्ट विकेटकीपिंग और महत्वपूर्ण बल्लेबाजी से भारतीय क्रिकेट में अमिट छाप छोड़ी है।
प्रारंभिक जीवन और घरेलू क्रिकेट:
24 अक्टूबर 1984 को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में जन्मे ऋद्धिमान साहा ने बंगाल की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। 2007-08 के रणजी ट्रॉफी सीजन में हैदराबाद के खिलाफ अपने पहले मैच में ही उन्होंने शतक (111 रन) जड़ा, जिससे वे रणजी पदार्पण पर शतक बनाने वाले बंगाल के 15वें खिलाड़ी बने। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक उभरते हुए सितारे के रूप में स्थापित किया।
अंतरराष्ट्रीय करियर:
साहा ने फरवरी 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नागपुर में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। हालांकि, उस समय महेंद्र सिंह धोनी टीम के मुख्य विकेटकीपर थे, जिसके कारण साहा को सीमित अवसर मिले। धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, साहा को नियमित विकेटकीपर के रूप में टीम में शामिल किया गया। उन्होंने 40 टेस्ट मैचों में 29.41 की औसत से 1,353 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी विकेटकीपिंग कौशल की व्यापक सराहना हुई, विशेषकर स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उनकी तेज स्टंपिंग और कैच लेने की क्षमता के लिए।
ऋद्धिमान साहा का आईपीएल करियर और उपलब्धियां
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में साहा ने कई फ्रेंचाइजी के लिए खेला, जिनमें कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स, किंग्स इलेवन पंजाब, सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटन्स शामिल हैं। 2014 के आईपीएल फाइनल में, किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हुए, साहा ने 115 रनों की नाबाद पारी खेली, जिससे वे आईपीएल फाइनल में शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। उनकी इस पारी को आईपीएल इतिहास की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक माना जाता है।
ऋद्धिमान साहा का आईपीएल करियर और उपलब्धियां
ऋद्धिमान साहा का आईपीएल शतक
ऋद्धिमान साहा ने अपने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) करियर में एक शतक बनाया है। यह शतक उन्होंने आईपीएल फाइनल में बनाया था, जिससे वे आईपीएल फाइनल में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने।
ऋद्धिमान साहा के आईपीएल करियर में बनाए गए रन
• 2023: 17 मैचों में 371 रन
• 2022: 11 मैचों में 317 रन
• 2021: 9 मैचों में 131 रन
• 2020: 4 मैचों में 214 रन
ऋद्धिमान साहा का आईपीएल करियर और प्रमुख घटनाएं
• 2008: साहा ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए आईपीएल के पहले सीजन में खेला।
• 2011: उन्हें चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने खरीदा।
• 2014: साहा को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने टीम में शामिल किया।
• 2018: उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने खरीदा।
• 2022-2023: साहा गुजरात टाइटन्स (GT) के लिए खेले और टीम को मजबूत शुरुआत देने में अहम भूमिका निभाई।
ऋद्धिमान साहा की आईपीएल विरासत
ऋद्धिमान साहा एक बेहतरीन विकेटकीपर-बल्लेबाज रहे हैं, जिन्होंने आईपीएल में अपनी टीमों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सबसे यादगार पारी 2014 के फाइनल में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेली गई 115 रनों की नाबाद पारी थी, जो उन्हें आईपीएल के महानतम बल्लेबाजों में शुमार करती है।
घरेलू क्रिकेट में योगदान:
साहा ने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी ने टीम को कई मैचों में जीत दिलाने में मदद की। 2018 में, उन्होंने एक टी20 मैच में मात्र 20 गेंदों में शतक जड़ा, जिसमें 4 चौके और 14 छक्के शामिल थे, जो घरेलू क्रिकेट में सबसे तेज शतकों में से एक है।
संन्यास की घोषणा:
2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद, साहा ने 2023-24 रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपने संन्यास की जानकारी देते हुए लिखा, “क्रिकेट में एक यादगार यात्रा के बाद, यह रणजी सीजन मेरा आखिरी होगा। मैं एक बार फिर बंगाल का प्रतिनिधित्व करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं।”
विरासत:
ऋद्धिमान साहा की विरासत उनकी उत्कृष्ट विकेटकीपिंग, महत्वपूर्ण पारियों और खेल के प्रति उनकी निष्ठा में निहित है। उनकी तकनीकी कौशल और खेल की समझ ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया है। उनका करियर आने वाली पीढ़ियों के क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
ऋद्धिमान साहा का क्रिकेट करियर समर्पण, धैर्य और उत्कृष्टता का प्रतीक है। उनकी उपलब्धियां और योगदान भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।